लघुकथा : एडिक्ट
दो मित्र अपने अपने ढंग से पिछले सवा घंटे से टाईम पास कर रहे थे तभी एक मित्र ने दूसरे मित्र से कहा -
यार तुम फेसबुक एडिक्ट हो गए हो, बहुत बुरी बात है !
दूसरे ने पहले मित्र के एक हाथ में सुलग रही ग्यारहवी सिगरेट तथा दूसरे हाथ में अधभरे शराब के पांचवे पैग को देखते हुए जवाब दिया -
एडिक्ट … हाँ यार … सच कह रहे हो !!
1 comment:
बेह्तरीन अभिव्यक्ति बहुत खूब , शब्दों की जीवंत भावनाएं... सुन्दर चित्रांकन
कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
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