बगैर चक्खे, अब हम ...... ये कैसे कह दें
कि - तुम कितने खट्टे हो कितने मीठे हो ?
...
गर उन्ने हमें, एक बार भी सिद्दत से रोका होता
कसम से, क़यामत भी जुदाई से मुंह मोड़ लेती !
...
उफ़ ! क्या गजब चंडाली छाई है अपने मुल्क में 'उदय'
माल के सांथ-सांथ चोरों को भी गटक जा रहे हैं लोग !!
No comments:
Post a Comment