Monday, November 19, 2012

वक्त ...


बदलते वक्त ने, 
हमको ...
बदलना चाहा था !

पर, 
हम ... ठहरे रहे !

लो, ... अब ...
वक्त ...
बदल रहा है 'उदय' ? 

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

स्थिर रहें तो पानी पैरों के नीचे से बह जाता है..