Tuesday, October 9, 2012

कवि और कविताएँ ...


क्यूँ 'उदय', ... तुम - 
कविताओं में कवि ढूंढ रहे हो ? 

या फिर -
कवियों में कविताएँ ??

या फिर -
खुद को दे रहे हो तसल्ली ... 
कि - 
अभी नहीं तो कुछ देर बाद ... 
आज नहीं तो कल ... 

कभी न कभी ... 
मिल ही जाएंगे ...
आज के दौर में भी ... 
पुराने दौर जैसे -

खून खौला देने वाले - 
रौंगटे खड़े कर देने वाले 
कवि -
और कविताएँ ??? 

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

दोनों में ही दोनों नदारद हैं।