गुनाह करके 'उदय', उन्ने ... हमसे सबूत मांगे हैं
अब हम क्या कहें, वैसे .... फैसले भी उनके हैं ?
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उनकी बला, उन्ने अपने सिर पे ले ली 'उदय'
अब 'खुदा' ही जाने, ... उनका हश्र क्या होगा ?
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ए दोस्त, तुम कितने सच्चे, कितने झूठे हो, ये तो तुम ही जाने हो
पर, गर ये मजाक है, तो भी .......................... तुम्हें सलाम !
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ऊँचाईयों का खौफ, ये ... किसे दिखा रहे हैं 'उदय'
हम परिंदे हैं, आसमानों में ही है, बसेरा अपना ?
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लल्लो-चप्पो के हुनर से, वे सत्ता के सरताज हैं 'उदय'
वर्ना, उनकी काबलियत ... चपरासी से ज्यादा नहीं है ?
1 comment:
nice
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