क्यूँ 'उदय', ... तुम -
कविताओं में कवि ढूंढ रहे हो ?
या फिर -
कवियों में कविताएँ ??
या फिर -
खुद को दे रहे हो तसल्ली ...
कि -
अभी नहीं तो कुछ देर बाद ...
आज नहीं तो कल ...
कभी न कभी ...
मिल ही जाएंगे ...
आज के दौर में भी ...
पुराने दौर जैसे -
खून खौला देने वाले -
रौंगटे खड़े कर देने वाले
कवि -
और कविताएँ ???
1 comment:
दोनों में ही दोनों नदारद हैं।
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