"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
दोनों ही देख लें।
बहुत सुन्दर....उदय जी एक अरसा बीत चला आपको मरे ब्लॉग पर आये...कभी वक्त निकाल कर पधारिये..आपका तहे दिल से स्वागत है.नाम : अरविन्द जांगिड 'सच'काम : बाबूगिरी,कहता हूँ : दिल की,रहने वाला : सीकर, राजस्थान.
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दोनों ही देख लें।
बहुत सुन्दर....उदय जी एक अरसा बीत चला आपको मरे ब्लॉग पर आये...कभी वक्त निकाल कर पधारिये..आपका तहे दिल से स्वागत है.
नाम : अरविन्द जांगिड 'सच'
काम : बाबूगिरी,
कहता हूँ : दिल की,
रहने वाला : सीकर, राजस्थान.
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