सुनहरा मौक़ा है, आज उनके हांथों में
गिरा लें ...
लड़ लें ...
बना लें ...
सरकार ?
मगर भूलें नहीं, ... कि -
वे भी हैं सरकार !
दांव-पेंच ...
धोबी-पछाड़ के
वे भी हैं ... फनकार !!
और तो और, उनके पास ...
सत्ता रूपी ... बोनस पाइंट भी है ??
और ये भी न भूलें, ... कि -
'रैफरी' भी तो ... उनका है सरकार ???
1 comment:
बहुत खूब।
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