Wednesday, September 5, 2012

जीवन का सार ...

यह एक मायावी संसार है 
यहाँ, कुछ लोगों का 
काम ही है 
जाति, धर्म व ईश्वर रूपी - 
भ्रम फैलाना ... 
पर हमें, उनकी -
बातों में नहीं आना है !
ईश्वर एक है ... 
सबका मालिक एक है ... 
हम सब एक हैं ... 
मिलजुल कर चलना है 
आगे बढ़ना है ... 
यही जीवन का सार है !!

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

ईश्वर पर अधिकार जमाने वालों को यह उत्तर देना होगा..