अभी नहीं, तो कभी नहीं ?
इसलिए छोडो मनाना
जन्मदिन ...
श्रद्धांजलि ...
वर्षगाँठ ...
बगैरह-बगैरह ...
किसी दिन, फिर मना लेंगे ??
आओ ... जागो ... उठो ... चलो ...
बढ़ो ... लड़ो ... जीतो ...
भ्रष्टाचारियों से
अत्याचारियों से
कालाबाजारियों से
मिलावटखोरों से
गर, ... आज हार गए
तो तय है ... "राम नाम सत्य"
क्यों ? क्योंकि -
अभी नहीं, तो कभी नहीं ???
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