सवाल ...
सवाल हार-जीत का नहीं है !
सवाल है भृष्टाचार का !!
भृष्टाचार जीतना नहीं चाहिए !
भले चाहे, हम हार जाएं !!
क्या भृष्टाचार जीत जाएगा ?
नहीं ...
नहीं ...
नहीं ...
क्यों ??
क्योंकि -
अभी ...
हम लड़ रहे हैं, लड़ रहे हैं !!!
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