Saturday, February 11, 2012

... सलीका भी सिखा दिया है यारो !

जाकर खबर कर दो उन्हें, कि मर गया हूँ मैं
भूतों में आस्था है, अब पूज लें मुझे !!
...
सच ! नहीं है रंज मुझे, तेरी जुदाई का
तेरी पनाह में, क्या कम उदास थे ??
...
ज़िंदा तो हूँ, पर ज़िंदा नहीं हूँ
जिंदगी ने, जीने का यह सलीका भी सिखा दिया है यारो !

1 comment:

Shanti Garg said...

बहुत बेहतरीन और प्रशंसनीय.......
मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।