Wednesday, December 14, 2011

कट-पेस्ट अर्थात लेखन की चोरी ...

यह देखने में आ रहा है फेसबुक / ब्लॉग से कुछ लेखकगण, कुछेक फेस्बुकिया / ब्लॉग मित्रों की "कट-पेस्ट" की हरकतों के कारण लेखन से दूर हो रहे हैं, या यूँ कहा जाए कि वे महत्वपूर्ण लेखन के पोस्ट से बच रहे हैं ...

यह बेहद दुखद व शर्मनाक ही कहा जा सकता है कि जो लोग "कट-पेस्ट" का इस्तमाल कर रहे हैं वे मूल लेखक का नाम तक का उल्लेख नहीं कर रहे हैं जबकि उन्हें चाहिए की मूल लेखक के नाम का उल्लेख करें या संबंधित लिंक का उल्लेख करें ...

जहां तक मेरा आंकलन है कि कुछेक फेस्बुकिया / ब्लॉगर मित्र यह कार्य दुर्भावना वश नहीं कर रहे हैं मैंने खुद ही महसूस किया है कि कुछेक मित्रों को कुछ लेखन पसंद आता है तो वे उसे तत्काल "कट-पेस्ट" कर दे रहे हैं जबकि उन्हें ऐंसा नहीं करना चाहिए ...

लेकिन इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता कि कुछेक लोग दुर्भावनापूर्ण ही यह कार्य कर रहे हैं, ऐंसे लोग जो दुर्भावनापूर्ण ढंग से यह कार्य कर रहे हैं वे यह न भूलें की उनके विरुद्ध कानूनी दंडात्मक कार्यवाही भी की जा सकती है ...

क्योंकि फेसबुक / ब्लॉग पर प्रथम पोस्टिंग के टाईम के आधार पर यह प्रमाणित किया जाना बहुत ही सरल है कि चोरी अर्थात कट-पेस्ट किसने किया है ... सांथ ही सांथ तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुती भी प्रमाणित किया जाना सरल है ... अत: सभी सांथियों से आग्रह है कि वे चोरी अर्थात कट-पेस्ट से बचें अन्यथा किसी दिन उन्हें कानूनी पचड़ों से गुजरना पड़ सकता है ...

जो सांथी "कट-पेस्ट" अर्थात लेखन के चोरी होने के भय से दूर हो रहे हैं वे कतई न घवराएं ... लेखन व पोस्टिंग जारी रखें, क्योंकि कट-पेस्ट करने वाले का टाइमिंग आपकी पोस्टिंग की टाइमिंग के बाद का रहेगा ...

नोट :- कट-पेस्ट अर्थात लेखन की चोरी करने वालों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान व अन्य विधानों के तहत कठोर दंडात्मक कार्यवाही संभव है अत: ऐंसी गलतियों से बचने का प्रयास करें, धन्यवाद !!

6 comments:

Monika Jain said...

उपयोगी जानकारी...अगर पुरानी किसी पोस्ट को हम फिर से न्यू डेट में पोस्ट करे तो इससे क्या न्यू डेट ही मान्य डेट रहेगी?

रश्मि प्रभा... said...

नाम का उल्लेख ज़रूरी है ... कई लोग डर से लॉक कर देते हैं रचना , पर चोर देखकर लिख ही लेगा - क्योंकि बात नियत की है . मैं यह लिंक औरों को भी देती हूँ ताकि समझ सकें

प्रवीण पाण्डेय said...

नाम देना तो बनता है।

Kailash Sharma said...

नाम तो देना ही चाहिए...बहुत शर्मनाक स्तिथि..

सागर said...

main bhi sahmat hun aapse.....

Maheshwari kaneri said...

उपयोगी जानकारी..