Tuesday, September 27, 2011

उफ़ ! ये कैसी सरकार है !!

गरीब, किसान, मजदूर
मरते हैं मर जाने दो
किसी को कोई नहीं दरकार है !

न सर है, न सरकार है
चहूँ ओर
फिर भी मची जय जयकार है !

गरीब, किसान, मजदूर
का जीवन दुश्वार है
फिर भी सरकार असरदार है !

पेट्रोल, डीजल, गैस, दूध
की कीमतें छू रही आसमान हैं
फिर भी सरकार की खूब शान है !

चहूँ ओर से हो रही पुकार है
सुनने को कोई नहीं तैयार है !
उफ़ ! ये कैसी सरकार है !!

2 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

इनका कष्ट सुने अब कोई।

kshama said...

चहूँ ओर से हो रही पुकार है
सुनने को कोई नहीं तैयार है !
उफ़ ! ये कैसी सरकार है !!
Sach! Aisa hee ho raha hai!
Navratree kee anek shubh kamnayen!