Saturday, September 17, 2011

हम ...

हम
उस ओर देखते हैं
जिस ओर आरजू है !

हम
उस ओर दौड़ते हैं
जिस ओर जिन्दगी है !

हम
उस ओर पलटते हैं
जिस ओर रास्ते हैं !

हम
उस ओर ठहरते हैं
जिस ओर ज्ञान है !

हम
उस ओर लपकते हैं
जिस ओर चाहतें हैं !

हम
उस ओर उमड़ते हैं
जिस ओर आसरे है !

हम हैं
ये हम हैं
सच ! ये हम ही है !!

3 comments:

Deepak Saini said...

nice post

प्रवीण पाण्डेय said...

आप अपनी ओर नहीं देख पाते हैं।

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

आज तो दाद आपके साथ प्रवीण जी को भी देनी पड़ेगी..