जो लोग यह कहते हैं, कह रहे हैं
कहते फिर रहे हैं
कि -
भ्रष्टाचार विरोधी 'अन्ना आन्दोलन' के पीछे
आर एस एस
भा ज पा
कार्पोरेट जगत
विदेशियों
विदेशी फंड
और
न जाने किस किस का, हाँथ है !
आन्दोलन के अगुवा
इन सब आरोपों का खुल्लम-खुल्ला
विरोध-प्रतिरोध कर रहे हैं
फिर भी, चलो हम मान लेते हैं
कि -
होगा, जरुर होगा
किसी न किसी का हाँथ, इनके पीछे !
पर
आप, आपके पास तो सुनहरा अवसर है
इनके पीछे नहीं, इनके सांथ होने, आगे होने का
यदि -
आप, भ्रष्टाचार मिटाना चाहते हैं
देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करना चाहते हैं
फिर
क्यों, आप आरोप-प्रत्यारोप में उलझे हुए हैं !
सीधे-सीधे, सीधे तौर पर, सामने आइये
आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर
आन्दोलन के सांथ हो जाइये
ले लीजिये, सारा का सारा क्रेडिट
जन लोकपाल बिल पारित, सशक्त बिल घोषित कर !
आप, आपके पास
सुनहरा अवसर है, पीछे न होकर, सांथ होने, आगे होने का
कहिये ...
क्यों, किसलिए ... मौन हो ... खामोश हो ... किस मंथन में हो !!
2 comments:
सटीक अभिव्यक्ति .. जन्माष्टमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ !!
क्रेडिट लेने लगे तो इनके भाई-बन्ध इन्हें मारेंगे नहीं क्या? भ्रष्टाचार के बिना ये जी नहीं सकते।
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