Sunday, July 24, 2011

टुडेज लव : शायद वक्त को यही मंजूर था !

लगभग एक सप्ताह बाद राज अपने गाँव से लौट कर शहर आया तथा प्रिया से मिला, मिलते ही उसने बिना संकोच किये बेझिझक पिछले एक सप्ताह की आपबीती सुनाई, राज की बातें सुनकर प्रिया की आँखे डबडबा गईं, कुछ देर के सन्नाटे के बाद प्रिया ने बोलना शुरू किया ...
... राज मुझे माफ़ कर दो, शायद यह हमारी आखरी मुलाक़ात है कल तक मैं तुमसे मिलते रही बेहिचक - बेझिझक, शायद इसलिए कि हम दोनों एक दूसरे से बेइंतेहा प्यार करते थे, ऐसा नहीं है कि आज हमारे बीच प्यार अचानक समाप्त हो गया, प्यार समाप्त हुआ या नहीं यह तो मैं नहीं जानती पर यह सच है कि यह हमारी आखरी मुलाक़ात है शायद हम आज के बाद बिलकुल भी न मिलें . तुम जानते हो हमारे न मिलने की बजह, मैं तुमसे प्यार करती हूँ शायद आगे भी करती रहूँ या फिर धीरे धीरे मेरा प्यार ख़त्म हो जाए, ख़त्म हो जाए तो ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि अब आज के बाद हमारी जिन्दगी में एक दूसरे की कोई जगह नहीं रही. कल तक की बात और थी हम मिलते रहे अपनी अपनी सहुलियत और जरुरत के अनुसार, पर आज वो समय नहीं रहा, जैसा आज से एक सप्ताह पहले तक था जब तुम गाँव गए थे मैं खुद तुमको स्टेशन तक छोड़ने गई थी पर कल जब तुम गाँव से वापस आए हो तब अकेले नहीं आए हो, मेरा राज नहीं आया है जिसे मैंने स्वयं स्टेशन जाकर विदा किया था, वह राज चला गया मेरे जीवन से कहीं दूर चला गया, आज जो राज मेरे सामने खडा है वह मेरा नहीं वरन मीना का राज है, जिस पल तुम्हारी शादी हुई मीना के सांथ ठीक उसी पल से तुम प्रिया के राज नहीं रहे, आई मीन आज से तुम्हारी यह प्रिया अकेली है, मैं तुम्हें दोष नहीं देती और न ही तुम्हें कसूरवार ठहराती हूँ, शायद तुम्हारी जगह कोई और होता तो वह भी शायद वही करता जो तुमने किया या यूं कहूं मैं भी होती तो शायद यही करती, यदि तुम्हारी जगह मेरे पिता भी जीवन की अंतिम साँसे गिन रहे होते, उन्हें भी अचानक हार्ट अटैक आया होता तो शायद मैं भी उनका दिल व मान रखने के लिए जहां वो कहते वहां शादी कर लेती. तुमसे कोई गलती नहीं हुई है आई मीन तुम्हारी कोई गलती नहीं है तुमने जो किया वह उन हालात में जायज था शायद वक्त को यही मंजूर था, तुम्हें और तुम्हारी पत्नी को नए जीवन की शुभकामनाएं ...
... प्रिया अपनी बात ख़त्म कर अपने आंसू पौंछते पौंछते चली गई जाते जाते उसने राज को पीछे मुड़कर भी नहीं देखा, राज खामोश खडा देखता रहा !!

2 comments:

Dr Varsha Singh said...

दिलचस्प.......

Anju (Anu) Chaudhary said...

umdaa....sach ke sath...