Sunday, June 12, 2011

... जायज है ... भले नाजायज है !!

भ्रष्ट ... भ्रष्टतम ... भ्रष्टाचार
कुछेक
... नापाक ... इरादों ने
सिर्फ बाबा को
वरन मीडिया को भी
डराया, धमकाया, धौंसा
और शायद सिट्टी-पिट्टी भी
गुम ... कर के रख दी !
धौंस ... और सिट्टी-पिट्टी
बाबा तक ... तो ठीक थी
पर ... चतुर-चालाक ... मीडिया की भी
वाह ... वाह-वाह ... क्या बात है
ये लोकतंत्र है भईय्या
यहाँ ... कुछ भी ... संभव है
जायज है ... भले नाजायज है !!

2 comments:

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

vaakai jaayaj hai par naajayaj hai aur naajayaj hai par jaayaj hai.

Patali-The-Village said...

वाकई में भारतीय लोकतंत्र में सब कुछ जायज है|