Saturday, March 5, 2011

भ्रष्टाचार के फलने-फूलने से, सबसे ज्यादा फ़ायदा मीडिया को है !!

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स्वप्न ! कोई मानें तो ठीक, मानें तो ठीक, पर सच्चाई तो यही है
भ्रष्टाचार के फलने-फूलने से, सबसे ज्यादा फ़ायदा मीडिया को है !!
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टू जी स्पेक्ट्रम, कामनवेल्थ, सीव्हीसी नियुक्ति, छोड़ दें
तो मैं उतना भी दोषी नहीं हूँ, जितना आप दिखा रहे हैं !!
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न्यू मीडिया ! इतना
भी आसां नहीं, कोई जब चाहे निगल जाए
सच ! ये वो झौंका हवा का है, जो पल में यहाँ तो पल में वहां !!
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6 comments:

AREEBA said...

bahut achcha likha hai aapne
badhai

kshama said...

टू जी स्पेक्ट्रम, कामनवेल्थ, सीव्हीसी नियुक्ति, छोड़ दें
तो मैं उतना भी दोषी नहीं हूँ, जितना आप दिखा रहे हैं !!
Kya zordaar vyang hai!

राज भाटिय़ा said...

वाह क्या बात कही आप ने धन्यवाद

Atul Shrivastava said...

'कडवा सच' में आपने कडवी सच्‍चाई लिख दी।
आपकी बेबाकी को सलाम।

प्रवीण पाण्डेय said...

मीडिया चढ़ाता है, वही पटकता है।

Anil Pusadkar said...

sahi likha hai shyam