सच ! अब किसी को क्या कहें, कह भी नहीं सकते
अपनी डफ़ली अपना राग है, वाह वाह, वाह वाह !!
...
सदियां गुजर गईं, तेरी मजार पे बैठे बैठे
चलो माफ़ कर दो, जो भी खता रही हो !
...
ये भी खूब रही, खुद तो निभाते नहीं वादे अपने
उफ़ ! हमसे कहते हैं, किसी और से वादा न करो !
...
प्यार का जिक्र हुआ है तो,चलो एक समझौता कर लें
लड तो लेंगे ही, क्यूं न दो घडी बैठकर बातें कर लें !!
...
हे 'भगवन' ! कल जो हुआ सो हुआ, अफ़सोस नहीं
मुश्किल बडी है, आज निकला हूं तुझे ही साथ लेकर !
...
काश ! तुम भ्रष्टाचारियों पर भी एक नजर डाल देते
दुआएं भी मिल जातीं और भ्रष्टाचारी भी सटक जाते !
...
हांथ तब तक, तुम थामे रहना मेरा
जब तक, तुम तुम न रहो और मैं मैं न रहूं !
...
कल देर रात तक, काम कर लिया था हमनें
अभी सात ही बजे हैं,चलो कुछ देर और सो लें !
...
विदेशी बैंकों में जमा काला धन, सवाल पे सवाल
कोई जवाब नहीं, वापस आयेगा तो आखिर कब !
...
मोहब्बत तो मोहब्बत है, मेरे जज्बात न आंके जाएं
अब हो गई है मोहब्बत, उम्र के ताने न झौंके जाएं !!
10 comments:
उदय भाई की कवितायेँ सदैव ही प्रभावित करती हैं.. इसी क्रम में एक और सुन्दर कविता... प्रेम को बहुत ही सहजता और व्यावहारिकता से प्रेम के पर्व पर सुन्दरता से अभिव्यक्त किया गया है... बहुत सुन्दर...
प्रेम के पर्व पर सुन्दरता से अभिव्यक्त किया गया है... बहुत सुन्दर...
प्रेमदिवस की शुभकामनाये !
उम्र के ताने न झौंके ...प्रेमदिवस की शुभकामनाये
उम्र के ताने न झौंके ...प्रेमदिवस की शुभकामनाये
बहुत बढ़िया ..बेहतरीन ..लाजवाब !
आंके जाने पर भी खरे ही उतरेंगे.
बहुत बढ़िया
प्रेमदिवस की शुभकामनाये !
अन्तिम वाला तो फिदा जी के लिये है..
विदेशी बैंकों में जमा काला धन, सवाल पे सवाल
कोई जवाब नहीं, वापस आयेगा तो आखिर कब !
जब जनता इन्हे जुते मार मार कर भगायेगी तब
Post a Comment