Monday, August 9, 2010

लूटमार

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ये देश लुटेरों का है, कर लो खूब लूटमार,कोई क्या बिगाड लेगा
पकडे भी गये तो,कोई दूसरा लुटेरा,तुम्हें लूट कर बचा लेगा।

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3 comments:

संजय कुमार चौरसिया said...

kya khoob baaat ki udayji

http://sanjaykuamr.blogspot.com/

ajay saxena said...

""चंद लुटेरे बड़े आदमी बन गये, और हम अपने ही घर में शरणार्थी बन गये।''

anshumala said...

bilkul sahi kaha