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आज फिर बस्ती अमन की, खून से लत-पथ हुई
बम धमाके गूंजते हैं, अब सभी के जहन में ।
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आज फिर बस्ती अमन की, खून से लत-पथ हुई
बम धमाके गूंजते हैं, अब सभी के जहन में ।
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4 comments:
सही!
bahut sahi kaha sir
bahut bada sach kah diya!
सही!
शुभकामनायें और बधाइयाँ।
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