यह सच है कि मेरे कदम आध्यात्म की ओर बढ रहे हैं ...
... इसी कडी में मैंने कल एक पोस्ट लिख कर आचार्य जी को ईमेल कर दी थी ...
... "मानव धर्म" ... अभी देखा वह पोस्ट उन्होंने अपने ब्लाग पर प्रकाशित की हुई है ...
... धन्य हैं आचार्य जी ...
... आईये आप भी पढें .... मानव धर्म क्या है !!!
... आप सभी से आग्रह है कि आप अपनी "कडवी-मीठी" प्रतिक्रिया अवश्य प्रदान करें .... आभार !!!!!
10 comments:
आचार्यजी! आपको नमन, वन्दन व अभिनन्दन्। पाठ्न हो चुका प्रभु। अनुकरणीय्।
श्याम भाई,
लगता है लोग आपके इन सद्वचन-प्रवचन से नाखुश हैं। दो नापसंद तो लग चुकी है।
आगे भी नापसंद कोष के बढने की संभावना है।
dharm ka sachcha gyan
shayad hi kisi ko ho
http://sanjaykuamr.blogspot.com/
आचार्यजी! आपको नमन !
...नापसंदी लालों का भी स्वागत है .... लगता है "कडुवा सच" बहुत रफ़्तार से आगे बढ रहा है ... जोहार ललित भाई !!!
@संजय कुमार चौरसिया
... सही लिख रहें हैं आप ... अभी तो हम सीख रहे हैं ... सिखाने की चेष्टा तो कर ही नहीं सकते ...!!!
UDAY BHAI LAGE RAHE
ACHHA HE
uday bhai jaari rakhiye...aadhyaatm ki raaho pe chalanevaale pasand our naapasand ki seemaa se pare hote hain...
बहुत अच्छी
प्रशंसनीय ।
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