lalit sharmaa agar sadhu bhi ban jaye to, vahaa bhi hit ho jaye. chhutti kar de babaon ki. rajiv tanejaa ji ne yah huliyaa banayaa tha. rajiv bhai iss kalaa mey parangat hai.
यह कोई मामूली साधु नहीं है। पिछले दिनों इस साधु को किसी डाक्टर ने कह दिया था कि सीधे-सीधे साधुगिरी के धंधे में आ जाओ... बस फिर क्या था सारे साधुओं ने त्रिशूल-भाला निकालकर गाना चालू कर दिया था- तुझपे कुरबा मेरी जां... मेरा दिल मेरा ईमां यारी मेरी कहती है यार पे करदे सब कुरबा कुर्बानी... कुर्बानी... अल्लाह को प्यारी है आप सोच रहे होंगे कि साधु और अल्लाह की बात इस साधु के बहुत से दोस्त धर्मनिरपेक्ष है।
22 comments:
ललित शर्मा जी हैं न?
यह उस समय की फोटो है .. जब ब्लॉगिंग में साधुओं की भीड हो गयी थी !!
ये तो अपुन का बनाया कमाल था :-)
राम राम जी
हम इन्ही का चेला हूँ..... बाबा मह्फूज़ानंद नाम है हमरा... ....
जय हो श्री श्री श्री... ललित बाबा की....
लगता है अब कुछ धर्म-कर्म की बात होगी
शरण मे हम भी हैं
जय हो बाबा जी की |
lalit sharmaa agar sadhu bhi ban jaye to, vahaa bhi hit ho jaye. chhutti kar de babaon ki. rajiv tanejaa ji ne yah huliyaa banayaa tha. rajiv bhai iss kalaa mey parangat hai.
yah to bahut pahale se dekh chuka hu aap kya dikhana chahate hai yaha par :)
jai shree blog.
http://udbhavna.blogspot.com/
जय हो स्वामी ललितानन्द की.
nice
हर किसी को अपनी बात कहने का पूरा अधिकार है फिर वो साधू ही क्यूँ न हो ... ललित जी ही क्यूँ हम सब के अन्दर भी एक साधू है बस छिपा हुआ है ...
जय हो बाबा श्री श्री १००८ ललितानंद जी महाराज की |
सारे ब्लॉगर साधु हैं जी।
इसके लिए कितना तप करना पड़ता है, घर-बार का मोह-माया त्याग कर।
इसीलिये साधुजी को अपने ब्लोग के किनारे मे रखा है।
मूंछे जानी पहचानी लग रही हैं ...!
जय हो बाबा श्री श्री १०८ स्वामी बाबा ललितानंद तीर्थ की ...
उदय जी आपका भी धन्यवाद् इस रोचक प्रस्तुती के लिए ..
जय हो।
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करे कोई, भरे कोई?
हाजिर है एकदम हलवा पहेली।
यह कोई मामूली साधु नहीं है। पिछले दिनों इस साधु को किसी डाक्टर ने कह दिया था कि सीधे-सीधे साधुगिरी के धंधे में आ जाओ... बस फिर क्या था सारे साधुओं ने त्रिशूल-भाला निकालकर गाना चालू कर दिया था-
तुझपे कुरबा मेरी जां... मेरा दिल मेरा ईमां
यारी मेरी कहती है यार पे करदे सब कुरबा
कुर्बानी... कुर्बानी... अल्लाह को प्यारी है
आप सोच रहे होंगे कि साधु और अल्लाह की बात
इस साधु के बहुत से दोस्त धर्मनिरपेक्ष है।
स्वामी ललितानन्द जी प्रवचन शुरू करें.
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