"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
chhoti par achchhihttp://sanjaykuamr.blogspot.com/
बहुत खूब!
nice
waah sir...
बहुत बढ़िया.."
बढ़िया ।
कहीं धूप तो कहीं छांव हैसच हैकड़वा है।
बेहतरीन रचना .....
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8 comments:
chhoti par achchhi
http://sanjaykuamr.blogspot.com/
बहुत खूब!
nice
waah sir...
बहुत बढ़िया.."
बढ़िया ।
कहीं धूप तो कहीं छांव है
सच है
कड़वा है।
बेहतरीन रचना .....
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