Saturday, May 15, 2010

शेर

किसी तूफ़ान से भी कम, नहीं मेरे इशारे हैं
समझ जाओ तो जन्नत है, समझे तो तूफ़ां है

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मेरी दुनिया है क्या, मत पूछो ये तुम मुझसे
कभी रोकर - कभी हंसकर, खिलौने बांट देता हूं

12 comments:

honesty project democracy said...

अच्छी सोच की विचारणीय अभिव्यक्ति,ऐसे ही लिखते रहिये /

दिलीप said...

bahut khoob...

Kumar Jaljala said...

कौन है श्रेष्ठ ब्लागरिन
पुरूषों की कैटेगिरी में श्रेष्ठ ब्लागर का चयन हो चुका है। हालांकि अनूप शुक्ला पैनल यह मानने को तैयार ही नहीं था कि उनका सुपड़ा साफ हो चुका है लेकिन फिर भी देशभर के ब्लागरों ने एकमत से जिसे श्रेष्ठ ब्लागर घोषित किया है वह है- समीरलाल समीर। चुनाव अधिकारी थे ज्ञानदत्त पांडे। श्री पांडे पर काफी गंभीर आरोप लगे फलस्वरूप वे समीरलाल समीर को प्रमाण पत्र दिए बगैर अज्ञातवाश में चले गए हैं। अब श्रेष्ठ ब्लागरिन का चुनाव होना है। आपको पांच विकल्प दिए जा रहे हैं। कृपया अपनी पसन्द के हिसाब से इनका चयन करें। महिला वोटरों को सबसे पहले वोट डालने का अवसर मिलेगा। पुरूष वोटर भी अपने कीमती मत का उपयोग कर सकेंगे.
1-फिरदौस
2- रचना
3 वंदना
4. संगीता पुरी
5.अल्पना वर्मा
6 शैल मंजूषा

कडुवासच said...

@Kumar Jaljala
... भाई जी ... कहां चटका लगाना है ???

संजय भास्‍कर said...

JWAAB NAHI AAPKA SHYAM JI BAHUT KAHI....

kshama said...

Kya khoob kaha..kaash aisa fan mujhe bhi hasil ho!

Udan Tashtari said...

बेहतरीन:

मेरी दुनिया है क्या, मत पूछो ये तुम मुझसे
कभी रोकर - कभी हंसकर, खिलौने बांट देता हूं।

Randhir Singh Suman said...

nice

सूर्यकान्त गुप्ता said...

वेरी नाईस।

राज भाटिय़ा said...

बहुत सुंदर जनाब

Ra said...

बहुत खूब ....लाजवाब ...

राजकुमार सोनी said...

ये महिला ब्लागरों का क्या लफड़ा है।
अच्छा शेर है।