Tuesday, May 19, 2009

शेर - 42

हमें परवाह नही कि सितारे आसमां मे हों
हम तो देखते हैं आसमां ,सुकूं के लिये ।

1 comment:

Mumukshh Ki Rachanain said...

वाह, बहुत खूब,

कम से कम कोई ये तो न कह सकेगा कि "दिन में तारे दिखा दिए"

चन्द्र मोहन गुप्त