मित्र छाँव है, पूरा एक गाँव है
भाई है
पिता है
माँ है
बहन है
मित्र, क्या नहीं है ?
कुआ है
झरना है
बहता पानी है
चौपाल है
स्कूल है
मंदिर है
बाजार है
खेत है
खेल का मैदान है
मित्र, क्या नहीं है ?
धूप है
बरसात है
ठंड है
आग है
मित्र छाँव है, पूरा एक गाँव है !
~ उदय
भाई है
पिता है
माँ है
बहन है
मित्र, क्या नहीं है ?
कुआ है
झरना है
बहता पानी है
चौपाल है
स्कूल है
मंदिर है
बाजार है
खेत है
खेल का मैदान है
मित्र, क्या नहीं है ?
धूप है
बरसात है
ठंड है
आग है
मित्र छाँव है, पूरा एक गाँव है !
~ उदय
2 comments:
सुन्दर
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, हैप्पी फ्रेंड्शिप डे - ब्लॉग बुलेटिन “ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
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