Sunday, May 13, 2018

शायद .. कोई .. आस-पास है ... !!

प्रेम है, दुआ है, लाड़ है, या डांट है,

कुछ ..
अजीब-सा अहसास है

मन उदास है
शायद .. कोई .. आस-पास है ... !! 

~ श्याम कोरी 'उदय'

3 comments:

कविता रावत said...

माँ ऐसी ही होती है

Rohitas Ghorela said...

क्या ये विरोधाभाष उचित है।

मन की वीणा said...

असमंजस मन का कोई कमी सा।