Wednesday, March 28, 2018

भ्रम

यदि आप अंधकार में हैं
तो स्वयं आपको
अंधकार से बाहर निकलने का प्रयास करना पड़ेगा,

अगर आप यह सोच रहे हैं
कि -
कोई कुदरती चमत्कार होगा, और आप बाहर निकल आयेंगें
तो यह, आपका भ्रम भी हो सकता है,

चलो कुछ देर के लिए हम यह मान भी लें
कि -
यह भ्रम नहीं है,

तो, सच्चाई तो यह भी है
कि -
कुदरती चमत्कारों की कोई समय सीमा नहीं होती
तो क्या, तब तक आप अंधकार में बैठे रहेंगें ??

- श्याम कोरी 'उदय'

3 comments:

Ritu asooja rishikesh said...

बहुत सुंदर प्रेरक रचना ,
बिलकुल सही कहाँ श्याम कोरी जी अंधेरों से निकलना है तो स्वयं ही प्रयत्न करना होगा ।

शुभा said...

वाह!बहुत खूब ।

Ravindra Singh Yadav said...

आपका यथार्थवादी चिंतन हमें राह दिखाता है. विचारणीय रचना. बधाई.