अगर .. वो चमचे नहीं होते ...
तो ..
वो ...
साहब के गले के गमछे नहीं होते,
यही दस्तूर है
हुनर है
साहब ... यही किलेबंदी है ....
शह है ... मात है .... !!
- श्याम कोरी 'उदय'
तो ..
वो ...
साहब के गले के गमछे नहीं होते,
यही दस्तूर है
हुनर है
साहब ... यही किलेबंदी है ....
शह है ... मात है .... !!
- श्याम कोरी 'उदय'
2 comments:
वाह
बहुत खूब
आभार ...
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