सदनों में … आयेदिन
हो रही, चल रही
धक्का-मुक्की, झूमा-झटकी, फाड़ा-फाड़ी
पटका-पटकी, मारा-मारी …
के लिए भी
कुछ सख्त क़ानून बनाये जाएँ 'उदय'
कहीं ऐसा न हो
किसी दिन,
किसी दिन से … वहाँ
हत्या, हत्या के प्रयास … शुरू हो जाएँ ?
1 comment:
पीड़ापूर्ण घटनाक्रम।
Post a Comment