लो, आज फिर
एक कलाकार चला गया
फिर भी
खेल जारी है
खेल जारी रहेगा
न पर्दा गिरेगा
न उठेगा
न कभी मंच खाली होगा
न खाली रहेगा
तालियाँ बजते रहेंगी
अनवरत
किस्से, कहानी, कवितायें …
लिखी जाती रहेंगी
पढ़ी जाती रहेंगी
खरीदी व बेची जाती रहेंगी
एक कलाकार …
कल गया था
एक आज गया है
कल फिर
कोई एक चला जाएगा … !
हंसी …
मजाक …
ठहाके …
तालियाँ … मौन …
खेल जारी है … जारी रहेगा !!
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