"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
इन तूफानों सीबारिश कोतुममत रोकोझरने दो, झर जाने दो !!लिखने की हुड़क भी ऐसी ही होती है.
जलन मिटाने पानी बरसे।
इन तूफानों सीबारिश कोतुममत रोकोझरने दो, झर जाने दो !! शायद इनसे कुछ जलन कम हो सके...
Post a Comment
3 comments:
इन तूफानों सी
बारिश को
तुम
मत रोको
झरने दो, झर जाने दो !!
लिखने की हुड़क भी ऐसी ही होती है.
जलन मिटाने पानी बरसे।
इन तूफानों सी
बारिश को
तुम
मत रोको
झरने दो, झर जाने दो !!
शायद इनसे कुछ जलन कम हो सके...
Post a Comment