कल वोट डलना है, चुनाव है
इसलिए
एक जागरुक मतदाता ने
यह प्रण कर लिया
कि -
वह किसी भ्रष्ट प्रत्याशी -
और किसी भ्रष्ट पार्टी को वोट नहीं देगा !
खुशी-खुशी
वो सीना तान के आया
और उसने हंसते-हंसते अपना हाल सुनाया
हाल सुनकर, मैं सन्न रह गया
कुछ पल को
जागे हुए मतदाता को देखकर
मन प्रसन्न हो गया !
फिर चुपके से मैंने उससे पूंछा -
क्यूँ मियाँ,
किसी भ्रष्टाचारी को वोट नहीं दोगे -
वो तो ठीक है !
पर, ये तो बताते जाओ
कि -
किसे वोट दोगे ?
क्या कोई विकल्प है तुम्हारे पास ??
2 comments:
निरुत्तर कर दिया...
काश यह बहुत पहले ही कर लिया होता।
Post a Comment