Thursday, December 8, 2011

श्रेष्ठ ...

कोई कहे, न कहे
कोई मानें या न मानें
कोई समझे या न समझे
पर
अब ये तो तय-सा है
कि -
बिना साहित्यिक पटका-पटकी के
यह तय करना मुश्किल है
कि -
कौन श्रेष्ठ है ?
कौन किससे श्रेष्ठ है ??

3 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

श्रेष्ठता की धक्का मुक्की।

shyam gupta said...

पटका-पट्की से ही तो पहलवान जीतता है....

सागर said...

behtreen...