"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
इस गर्मी में जो हवा बहेगी, लू बन जायेगी।
saty vachan ...)समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
Post a Comment
2 comments:
इस गर्मी में जो हवा बहेगी, लू बन जायेगी।
saty vachan ...)समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
Post a Comment