Friday, March 25, 2011

कोई हौले हौले, कुछ कहे बगैर, हमसे दूर चला गया ... !!

ये मान लेते हैं ये मोहतरमां फिल्म हीरोइन नहीं हैं
पर खुबसूरती में किसी हीरोइन से कम भी नहीं हैं !
...
सच ! कोई कुछ भी कहे, कुछ कशिश तो है
ये और बात है समय की मार से कौन बचा है !
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जीतना-हारना भी किसी दस्तूर से कम नहीं हैं
उफ़ ! किसी को जीतना, तो किसी को हारना था !
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जो तुमने वादा किया हमसे, फिर मिलने का
अब तो इंतज़ार है, 'उदय' जाने कब मिलते हैं !
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पता नहीं क्या है, पर कुछ ख़ास तो है तेरे हंसी चेहरे में
सच ! बजह चाहे जो हो, तुम्हें देखूं, तो बस देखता रहूँ !
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काश ! कोई हमें भी इतना चाह लेता
चाहत मिलती, भले दूर से ही सही !
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अपने देश के भ्रष्ट नेता, अफसर, पत्रकार, क्या कहने
सच ! इन्हें सही, पर हमें तो शर्म आती है इन पर !
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लो चले हम भी, होके मजबूर, तेरी धड़कनों से
दूर रहें या पास, चाहेंगे और चाहते रहेंगे तुम्हें !
...
कोई हौले हौले, कुछ कहे बगैर, हमसे दूर चला गया
उफ़ ! गया भी तो इतनी दूर, लौट के आना मुमकिन नहीं !!

2 comments:

abhi said...

पता नहीं क्या है, पर कुछ ख़ास तो है तेरे हंसी चेहरे में --- :)

और आखिर वाली बात सबसे मस्त..

प्रवीण पाण्डेय said...

हौसला रखिये, लौट आयेंगे।