Tuesday, August 31, 2010

दोस्त-दुश्मन

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क्या करें अफसोस अब हम, दोस्तों की चाल पर
कहने को तो दोस्त थे, पर आज वही दुश्मन निकले

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10 comments:

Majaal said...

बहुत निकले ग़म ग़ालिब, मगर फिर भी कम निकले

Anamikaghatak said...

वाह वाह..............सटीक बात

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

सत्य वचन है श्याम भाई

vikram7 said...

vaah, kyaa baat hae. ati sundar

arvind said...

कहने को तो दोस्त थे, पर आज वही दुश्मन निकले।

....वाह वाह

SATYA said...

बहुत सटीक बात,
आप भी बहस का हिस्सा बनें और
कृपया अपने बहुमूल्य सुझावों और टिप्पणियों से हमारा मार्गदर्शन करें:-
अकेला या अकेली

कविता रावत said...

सत्य वचन
आपको और आपके परिवार को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ

राज भाटिय़ा said...

जन्माष्टमी की बहुत बहुत शुभकामनायें।

प्रवीण पाण्डेय said...

वाह।

संजय भास्‍कर said...

बहुत सटीक बात,

आपको और आपके परिवार को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ