Monday, April 26, 2010

सत्य

संत
अंत में है खडा
पास खडे
सब दुष्ट

राजा
असत्य को
कैसे भेदे
दूर खडा है
'सत्य' ।

12 comments:

संजय भास्‍कर said...

vaise aaj kal to asatya hi asatya hai...


satya to naam ka hi hai

संजय भास्‍कर said...

छुटकी,पर प्रभावभरी !
सुन्दर प्रविष्टि ! आभार ।

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

बिलकूल भेदेगा जी
भले ही कुछ समय और लग जाए।
विजेता सत्य ही होगा।

अस्तु।

Dev said...

सत्य तो सत्य है ........अच्छी प्रस्तुती

M VERMA said...

वाह भाई वाह
कही ऐसा ही तो नही राजा ही असत्य के संरक्षण में हो.

राज भाटिय़ा said...

राजा भी इस असत्य के संग मरेगा.... सत्य हमेशा अमर रहा है... बहुत सुंदर लिखा. धन्यवाद

दिगम्बर नासवा said...

Chand shabdon mein gahri baat ...

अनामिका की सदायें ...... said...

waah gagar me saagar...bahut khoob.

सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼ said...

Dekhan mein chhotan lage,
Ghav kare gambheer!!!!!!

मनोज कुमार said...

कम शब्दों में सच। अद्भुत!

Alpana Verma said...

kalyug hai!
sab kuchh sambhav hai.

अरुण चन्द्र रॉय said...

aaj ki hakikat to chand shabdo me baya karti kavita