"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
Friday, May 8, 2009
बोल-अनमोल
“भ्रष्टाचार पर नियंत्रण अत्यंत आवश्यक हो गया है यदि अब भी भ्रष्टाचार पर अंकुश का प्रयास नहीं किया गया तो भ्रष्टाचार दीमक की भाँति सम्पूर्ण व्यवस्था को खोखला कर देगा और सभी इसकी चपेट में आकर असहाय हो जायेंगे।”
1 comment:
Anonymous
said...
उदय जी , इससे मुक्ति के कुछ उपाय भी बताने का अनुरोध है , कृपया बताने का कष्ट करे ।
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उदय जी , इससे मुक्ति के कुछ उपाय भी बताने का अनुरोध है , कृपया बताने का कष्ट करे ।
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