"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
पैसा बडा है, ईमान बदल देपर इतना भी नहीं, कि कुदरत को बदल दे।
100% sach hai.bahut badhiya sher!
aapne kadwe sach ko dikha hi diya ..paisa bahut kuchh hai sabkuchh nahi
बहुत ख़ूब साहब!
Wah-wah-wah...
वाह उदय साहाब पैसा का कमाल बता रहे हो पैसा ही तो है जो सबको नचा रहा है इंसान को शैतान बना रहा है हर जगह पैसे का जोर है इसलिये तो हर कोई चोर है।
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5 comments:
100% sach hai.
bahut badhiya sher!
aapne kadwe sach ko dikha hi diya ..paisa bahut kuchh hai sabkuchh nahi
बहुत ख़ूब साहब!
Wah-wah-wah...
वाह उदय साहाब
पैसा का कमाल बता रहे हो पैसा ही तो है जो सबको नचा रहा है इंसान को शैतान बना रहा है हर जगह पैसे का जोर है इसलिये तो हर कोई चोर है।
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