एक के बाद एक ...
फिर ... एक के बाद एक ...
इस तरह ...
एक-एक कर ... सब को जाना है !
और ... तथा ...
सब के, सब लोगों के, हम सब के -
गड़े धन ...
तिजोरी में बंद धन ...
परिजनों के घरों में -
छिपा के रखे सुरक्षित धन ...
नौकरों के नाम -
इन्वेस्ट किये गए धन ...
मित्रों के कारोबार में लगाए गए -
काले-पीले-नीले-हरे धन ...
उधार लिए-दिए गए काले-सफ़ेद धन
यहीं छूट जाना हैं !
जब ... सब ...
यहीं ..... छूट ही जाना है
यहीं ..... छूट ही जाना है
फिर ... ये मारा-मारी
क्यों ? ............... किसलिये ???
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