होंठों पे
लाल-लाल चमकीली लिपस्टिक
गालों पे खुशबूदार पावडर
और बदन पे
लाल-गुलाबी-आसमानी -
मिले-जुले रंगों की सलवार सूट है !
इन मोहतरमा को देखकर
हमें
यकीं नहीं होता 'उदय', कि -
ये कवि सम्मलेन है ?
या कोई
मंच पे चल रहा फैशन-शो है ??
2 comments:
हर जगह फैशन है ..
एक नजर समग्र गत्यात्मक ज्योतिष पर भी डालें
पता नहीं, कुछ तो है।
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