Thursday, July 14, 2011

भ्रष्टाचारी उबाच ...

मैं मानता हूँ कि -
मैं, एक
भ्रष्ट भ्रष्टतम भ्रष्टाचारी हूँ
पर, तुम
मेरे गुनाहों की सजा
मुझे नहीं दे सकते
क्यों, क्योंकि -
ये भ्रष्ट गुनाह
मैंने अपने लिए नहीं
वरन
अपने बच्चों व परिवार के लिए
किये हैं
जब, जो गुनाह मैंने
अपने लिए किये ही नहीं
फिर, तुम कैसे
उनकी सजा
मुझे दे सकते हो
मैं इन सजाओं का
हकदार नहीं हूँ
प्लीज
मुझे माफ़ कर दो !
पर
इन गुनाहों की सजा
तुम
मेरे बच्चों को भी
नहीं दे सकते
क्यों, क्योंकि
इनमें, उनका भी, कोई दोष नहीं है
वे भी बेगुनहगार हैं
प्लीज
उन्हें और मुझे
माफ़ कर दो !
गर, कोई गुनहगार है
तो वो तुम हो ... !!

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

सब निर्दोष हैं, सब बाल्मीकि हैं।