Tuesday, June 21, 2011

... हम इसके सख्त खिलाफ हैं !!

एक नेता, और ढेर सारे आम आदमी
सड़क पर खड़े होकर
जोर-जोर से चिल्ला रहे थे
सरकार
कमजोर लोकपाल बनाना चाहती है
हम इसके खिलाफ हैं !
मैं नारे सुनकर सन्न रह गया
खड़े-खड़े सोचने लगा
कि बहुत कठिन घड़ी जान पड़ रही है
जन लोकपाल का मुद्दा
ड्राफ्टिंग कमेटी की मीटिंगों से
बाहर निकल कर
सड़क पर गया है
सरकार हिल रही है, कहीं गिर जाए
मैं, चुप-चाप नारे सुनता रहा
माहौल शांत-सा हुआ
तब मैंने पूछा
क्या हो गया ... नेता जी
क्यों ख़ामो-खां सरकार गिरा रहे हो
उन्होंने कहा - कौन सरकार गिरा रहा है
हम तो ... भ्रष्टाचार ...
और कमजोर लोकपाल ...
मतलब सरकार का नहीं !
नहीं साहब ... आपको गलतफहमी हो रही है
हम सरकार का नहीं
लोकपाल ... कमजोर लोकपाल का विरोध कर रहे हैं
हम इसके सख्त खिलाफ हैं !!

2 comments:

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

बहुत बारीकी से पकड़ा है आपने.. यही तो हो रहा है.

प्रवीण पाण्डेय said...

लोकपाल लोकभावनाओं का पालन कर सके।