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अब कुछ इस तरह भी, इम्तिहां मत लेना 'उदय'
जमीं पैरों तले की खिसकते रहे, और हम देखते रहें |
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अब कुछ इस तरह भी, इम्तिहां मत लेना 'उदय'
जमीं पैरों तले की खिसकते रहे, और हम देखते रहें |
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2 comments:
vah vah vah
बहुत खूब, लाजबाब !
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