"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
ये सच है तूने आँखों में समुन्दर को बसा रख्खा हैकितना गहरा है ये तो डूबकर ही बता पायेंगे ।
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