tag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post1831192114079625735..comments2023-10-29T08:15:59.262-07:00Comments on कडुवा सच ...: औरतकडुवासचhttp://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-56937187369864722942011-03-08T12:02:32.930-08:002011-03-08T12:02:32.930-08:00बहुत सुन्दर कविताबहुत सुन्दर कविताराजेश नारायण कोळीhttps://www.blogger.com/profile/02601897636652163883noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-14949779154864140842010-03-10T08:06:30.883-08:002010-03-10T08:06:30.883-08:00सहजता पर सार्थकता भी.भाव व्यक्त करने में सक्षम रचन...सहजता पर सार्थकता भी.भाव व्यक्त करने में सक्षम रचना.شہروزhttps://www.blogger.com/profile/02215125834694758270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-75129041414461908802010-03-08T06:34:58.249-08:002010-03-08T06:34:58.249-08:00बेहतरीन.........वाकई..बहुत बेहतरीन..बेहतरीन.........वाकई..बहुत बेहतरीन..छत्तीसगढ़ पोस्ट https://www.blogger.com/profile/05253434886366603780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-38697104220832566842010-03-08T04:20:04.704-08:002010-03-08T04:20:04.704-08:00मत खींचो आंचल को उसके
मत करो निर्वस्त्र उसे तुम
रह...मत खींचो आंचल को उसके<br />मत करो निर्वस्त्र उसे तुम<br />रहने दो "लक्ष्मी की मूरत"<br />मत बनने दो "कालिका"<br /><br />नारी सम्मान पर सुन्दर प्रस्तुति।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-51834678484033887442010-03-08T04:07:34.467-08:002010-03-08T04:07:34.467-08:00मत खींचो आंचल को उसके
मत करो निर्वस्त्र उसे तुम
रह...मत खींचो आंचल को उसके<br />मत करो निर्वस्त्र उसे तुम<br />रहने दो "लक्ष्मी की मूरत"<br />मत बनने दो "कालिका"<br /><br />बहुत खूब,उम्दा पक्तियां <br /><br />विकास पाण्डेय <br />www.विचारो का दर्पण.blogspot.comUnknownhttps://www.blogger.com/profile/06516338373384117812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-21003831045169965622010-03-08T02:34:40.280-08:002010-03-08T02:34:40.280-08:00बहुत ही सुंदर संदेश दे रही है आप की यह कविता,नारी ...बहुत ही सुंदर संदेश दे रही है आप की यह कविता,नारी की महानता सच मै यही तो है.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-55574632056856763332010-03-08T00:47:49.464-08:002010-03-08T00:47:49.464-08:00aurat kee mamta ko dekho
dekho uske tyaag ko
aurat...aurat kee mamta ko dekho<br />dekho uske tyaag ko<br />aurat kee nishtha ko jano.....<br />bahut badhiyaaरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-91859818294218647062010-03-07T23:55:29.370-08:002010-03-07T23:55:29.370-08:00मत पहुंचाओ ठेस उसे तुम
मत छेडो श्रंगार को
रहने दो ...मत पहुंचाओ ठेस उसे तुम<br />मत छेडो श्रंगार को<br />रहने दो ममता की मूरत<br />मत तोडो उसके दिल को<br />........बहुत अच्छी रचना .सुन्दर सन्देश्।arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-37334081761896884482010-03-07T23:55:00.142-08:002010-03-07T23:55:00.142-08:00बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
महिला दिवस पर सभी को...बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।<br /> महिला दिवस पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं...संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-23500326150225149722010-03-07T23:50:18.536-08:002010-03-07T23:50:18.536-08:00बहुत सुन्दर कविता …………साथ ही सुन्दर सन्देश्।बहुत सुन्दर कविता …………साथ ही सुन्दर सन्देश्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-4466652610519125122010-03-07T23:25:36.769-08:002010-03-07T23:25:36.769-08:00बहुत अच्छी रचना ... सच है नारी का सम्मान और प्यार ...बहुत अच्छी रचना ... सच है नारी का सम्मान और प्यार दोनो ही करना चाहिए ... नारी ज़्यादा सनशील है, कठोर है, त्याग की मूरत है ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-90916351499593248642010-03-07T21:56:05.331-08:002010-03-07T21:56:05.331-08:00श्रृंगार प्यार और व्यवहार के साथ अंगार भी दबा हुआ ...श्रृंगार प्यार और व्यवहार के साथ अंगार भी दबा हुआ है | लज्जा करुणा के साथ समर्पण | रूप के साथ शीतलता और कोमलता | साथ ही ठेस न पहुचाने की बात | यह भी सही है कि लक्ष्मी की मूरत जब अन्याय और अत्याचार सहन नहीं कर पाती है तो कालिका भी बन सकती है | और अगर वह कालिका बन गई तो ......इस रिक्त स्थान में बहुत कुछ लिखा जा सकता है |आज महिला दिवस के अवसर पर आपकी यह रचना बहुत अच्छी लगीBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.com