tag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post5788533638608533787..comments2023-10-29T08:15:59.262-07:00Comments on कडुवा सच ...: जज्बात ...कडुवासचhttp://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-22488692928275162902010-04-24T04:27:50.027-07:002010-04-24T04:27:50.027-07:00खडा रहा, सुनता रहा
क्या कहता, खामोश बनकर ।
....सफल...खडा रहा, सुनता रहा<br />क्या कहता, खामोश बनकर ।<br />....सफल अभिव्यक्ति.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-74198837997459919522010-02-24T04:33:50.818-08:002010-02-24T04:33:50.818-08:00क्या हम सही थे
ऎसा नहीं कि हम गलत थे !
शायद उसके ...क्या हम सही थे<br />ऎसा नहीं कि हम गलत थे !<br /><br />शायद उसके "जज्बात"<br />हमसे बेहतर होते<br />इस जहां से बेहतर होते<br />पर हमने उसे खामोश कर दिया<br />वह खामोश बनकर<br />खडा रहा, सुनता रहा<br />क्या कहता, खामोश बनकर ।<br />ati sunder.......Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-6892758527676340062010-02-18T00:56:17.704-08:002010-02-18T00:56:17.704-08:00शायद उसके "जज्बात"
हमसे बेहतर होते
इस जह...शायद उसके "जज्बात"<br />हमसे बेहतर होते<br />इस जहां से बेहतर होते<br />पर हमने उसे खामोश कर दिया<br />वह खामोश बनकर<br />खडा रहा, सुनता रहा..<br /><br />सही है ... कभी कभी इंसान दूसरे को बोलने का मौका नही देता या खुद को इतना बड़ा समझता है की किसी को कुछ नही समझता ... अच्छा लिखा है आपने ......दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-30814803318573468702010-02-17T03:52:34.302-08:002010-02-17T03:52:34.302-08:00क्यों आया है वो सामने अपने
क्या तमन्ना है दिल में ...क्यों आया है वो सामने अपने<br />क्या तमन्ना है दिल में उसके<br />क्या सोचा हमने !<br />क्या समझना चाहा हमने !<br />Bahut khoob!shamahttps://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-51909220988721345892010-02-17T03:19:04.861-08:002010-02-17T03:19:04.861-08:00शायद उसके "जज्बात"
हमसे बेहतर होते
इस जह...शायद उसके "जज्बात"<br />हमसे बेहतर होते<br />इस जहां से बेहतर होते<br />पर हमने उसे खामोश कर दिया<br />वह खामोश बनकर<br />खडा रहा, सुनता रहा<br />क्या कहता, खामोश बनकर ।<br />....सफल अभिव्यक्ति.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-86462107922380039552010-02-17T00:46:18.227-08:002010-02-17T00:46:18.227-08:00आप की यह रचना.
सफल भाव अभिव्यक्ति.आप की यह रचना.<br />सफल भाव अभिव्यक्ति.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-5165135454576778752010-02-16T21:27:48.736-08:002010-02-16T21:27:48.736-08:00वक़्त गुजरने पर हालात समझ आते हैं ,औरों के जज़्बात...वक़्त गुजरने पर हालात समझ आते हैं ,औरों के जज़्बात समझ आते हैं ,कुछ ऐसी ही स्थिति को बयान करती है आप की यह रचना.<br />सफल भाव अभिव्यक्ति.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-74641650389823597102010-02-16T18:23:21.010-08:002010-02-16T18:23:21.010-08:00niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.com